दोस्तों बहुत बार हिंदी व्याकरण का यह प्रश्न गोदान किसकी रचना है (godan kiski rachna hai) के बारे में परीक्षाओ में पूछा जाता है। क्या कभी आपने जानने की कोशिश की है, गोदान किसकी रचना है (godan kiski rachna hai) यदि नहीं तो, आपको इसके बारे में जानना चाहिए। तो चलिए हम गोदान की रचना के बारे में जान लेते है।
आपको इस ब्लॉग में गोदान किसकी रचना है (godan kiski rachna hai) के बारे में जानकारी देने के साथ ही मुंशी प्रेमचंद्र के बारे में वो जानकारी देने वाले है, जिसके बारे में आज के समय में बहुत ही कम लोगो को पता है। यदि आप हमारे चाहते है, की आपको हमारे इस ब्लॉग गोदान किसकी रचना है (godan kiski rachna hai) में सारी जानकारी प्राप्त हो, तो आप हमारे ब्लॉग को अंत तक पढ़े।
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गोदान किसकी रचना है (godan kiski rachna hai)
गोदान मुंशी प्रेमचंद्र की रचना है। गोदान मुंशी प्रेमचंद्र जी के द्वारा लिखा गया एक उपन्यास है।
मुंशी प्रेमचंद्र के बारे में
मुंशी प्रेमचंद्र जी का जन्म 31 जुलाई 1980 में हुआ था। मुंशी प्रेमचंद्र जी का जन्म स्थल उत्तरप्रदेश राज्य के वाराणसी जिले के गांव लहमी में हुआ था। मुंशी प्रेमचंद्र जी की माता का नाम आनंदी देवी और इनके पिता का नाम मुंशी अजायबराय था। इनको धनपतराय के नाम से भी जाना जाता है। इनके पिता लहमी में डाकिया थे। मुंशी प्रेमचंद्र जी ने लगभग 280 कहानिया लिखी थी। साथ ही आपको हम बता दे की मुंशी प्रेमचंद्र जी के 15 उपन्यास है। मुंशी प्रेमचंद्र जी के द्वारा एक खास कहानी जिसका नाम पांच परमेश्वर है। मुंशी प्रेमचंद्र के बारे में कुछ जरूरी जानकारी इस प्रकार है :-
- मुंशी प्रेमचंद्र को धनपतराय के नाम से भी जाना जाता है।
- मुंशी प्रेमचंद्र की पहली कहानी का नाम बड़े घर की बेटी है।
- मुंशी प्रेमचंद्र की मृत्यु 8 अक्टूबर 1936 में हुई।
- मुंशी प्रेमचंद्र की भाषा हिंदी है।
- मुंशी प्रेमचंद्र अपने घर में साहित्य संस्मरण गद्य विधा की रचना की है।
मुंशी प्रेमचंद्र की अंतिम कहानी
हमने आपको ऊपर गोदान किसकी रचना है (godan kiski rachna hai) के बारे में जानकारी बताई है, चलिए अब हम आपको मुंशी प्रेमचंद्र की अंतिम कहानी के बारे में जानकारी बताते है। आपको हम बता दी की मुंशी प्रेमचंद्र जी ने 300 कहानियां लिखी है। जिनमे से आपको हम बता दे की मुंशी प्रेमचंद्र की अंतिम कहानी मंगलसूत्र है। जो एक उपन्यास है। मुंशी प्रेमचंद्र जी के कुल 15 उपन्यास है।
यह भी पढ़े :-
- मुंशी प्रेमचंद्र का जीवन परिचय ?
- वर्ण के कितने भेद होते हैं ?
- क्रिया के कितने भेद होते हैं ?
- अलंकार के कितने भेद होते हैं ?
Conclusion
हमने आपको आज के इस ब्लॉग गोदान किसकी रचना है (godan kiski rachna hai) के बारे में जानकारी बताने के साथ ही आपको हमने मुंशी प्रेमचंद्र के बारे में भी जानकारी बताई है। यदि आपने हमारे ब्लॉग को अच्छे से पढ़ा होगा। तो आपको निश्चिन्त ही गोदान किसकी रचना है (godan kiski rachna hai) के इस ब्लॉग में जानकारी प्राप्त हो चुकी होगी।
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