तप्त स्थल क्या है – तप्त स्थल की पूरी जानकारी

नमस्कार आज हम बात करने वाले है, एक ऐसे प्रश्न के ऊपर जिसे जानने के लिए हमारे भारत देश के लोगो में बहुत ही ज्यादा उत्सुकता रहती है, आज हम तप्त स्थल क्या है के बारे में जानने वाले है। आपको हम इस ब्लॉग के माध्यम से तप्त स्थल के बारे में सारी जरूरी जानकारी जैसे – तप्त स्थल क्या है, भारत में कितने तप्त स्थल है, ऐसी ही जरूरी जानकारी आपको इस ब्लॉग के माध्यम से देने वाले है। तप्त स्थल क्या है के बारे में यदि आप चाहते है, की आपको वो सारी जरूरी जानकारी जो तप्त स्थल के बारे में है, आपको पता चल सके। तो आप हमारे साथ में बने रहिये।

तप्त स्थल क्या है
तप्त स्थल क्या है

हमारे भारत देश में ऐसे बहुत सारे लोग है, जिनको तप्त स्थल क्या है के बारे में जानकारी नहीं होती है। तप्त स्थल क्या है यह प्रश्न परीक्षा में भी पूछा जा सकता है, इसलिए तप्त स्थल के बारे में सारी जरूरी जानकारी आपको रखनी चलिए। तो चलिये दोस्तों अब हम बिना किसी देरी के इस ब्लॉग तप्त स्थल क्या है शुरू करते है।

तप्त स्थल क्या है

ऐसा भौगोलिक क्षेत्र जहां की जैव विविधता संकट में होती है, तप्त स्थल कहलाता है। तप्त स्थल जैव विविधता के सन्दर्भ में होता है, विश्व के ऐसे स्थल जहां पर जिव – जंतु और पेड – पौधे की अत्यधिक प्रचुरता हो अर्थात बहुत ज्यादा मात्रा में जिव – जंतु या पेड – पौधे होते है, तो ऐसे स्थल को तप्त स्थल कहा जाता है। इस तप्त स्थल को जैव विविधता हॉट स्पॉट भी कहा जाता है।

भारत में मुख्यतः चार प्रकार के हॉट स्पॉट है क्षेत्र है, जिनके बारे में हमने नीचे बताया हुआ है। केरल, महाराष्ट्र, श्रीलंका, कर्नाटक ये चार प्रमुख ऐसे राज्य है, जहां पर पश्चिमी घाट फैला हुआ है। भारत में यदि हम सबसे ज्यादा जैव विविधता के क्षेत्र की बात करे तो आपको हम बता दे की उष्णकटिबंधीय वर्षा वनो वाले क्षेत्रो में सबसे ज्यादा जैव विविधता पाई जाती है। तप्त स्थल क्या है में कुछ जरूरी जानकारी :-

  • जैव विविधता को English में BIODIVERSITY (बायोडायवर्सिटी) कहा जाता है।
  • भारत में दो तप्त स्थल पूर्वी हिमालय और पश्चिमी घाट पाए जाते है।
  • जिन क्षेत्रो में अधिक जैव विविधता होती है, ऐसे क्षेत्रों को जैव तप्त स्थल कहा जाता है।
  • विश्व में 34 जैव विविधता वाले तप्त स्थल है।
  • भारत में कश्मीर घाटी, फूलो की घाटी, शूरमा घाटी, शांति घाटी, इन चार प्रकार की घाटियों में सर्वाधिक जैव विविधता पाई जाती है।
  • भारत को जैव विविधता की दृस्टि से 17 स्थान पर माना गया है।
  • 22 मई को जैव विविधता दिवस मनाया जाता है।

पूर्वी हिमालय जैव विविधता तप्त स्थल

अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, असम, बंगाल ये राज्य पूर्वी हिमालय के अंतर्गत आते है। इन क्षेत्रो में अनेक प्रकार के जैव प्रमुख जिव पाए जाते है, जैसे – सुनहरा लंगूर, पिग्मी हॉग, गांगेय डाँल्फिन, हुलॉक गिब्बन, आदि प्रकार के जिव पाए जाते है। वही अगर हम जानकारों की बात करे तो उनके अनुसार पूर्वी हिमालय 7,50,000 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, जिसमे वनस्पतियो की 10,000 प्रजातियां पायी जाती है।

पश्चिमी घाट जैव विविधता तप्त स्थल

भारत में पश्चिमी घाट विश्व का एक प्रमुख जैव विविधता तप्त स्थल माना जाता है। इस क्षेत्र की यदि हम वर्ग किलोमीटर की बात करे तो आपको हम बता दे की यह क्षेत्र लगभग 1,50,000 वर्ग किलोमीटर में विस्तृत है। यहाँ अनेक प्रकार के जिव पाए जाते है, जिनके नाम कुछ इस प्रकार से है, एशियाई हाथी, मैकाक बन्दर, मालाबार गंध बिलाव, मालाबार ग्रे हॉर्नबिल, आदि।

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Conclusion

हमने आपको आज के इस ब्लॉग तप्त स्थल क्या है, में सारी जानकारी तप्त स्थल के बारे में बताई है, जैसे – भारत में तप्त स्थलों की संख्या, भारत जैव विविधता की दृस्टि से कितने नंबर पर आता है, विश्व में कुल कितने तप्त स्थल है, जैव विविधता दिवस कब मनाया जाता है, और भी बहुत सारी जानकारी आपको हमने इस ब्लॉग तप्त स्थल क्या है में दी है, यदि आपने हमारे ब्लॉग को अच्छे से पढ़ा होगा, तो आपको तप्त स्थल क्या है के बारे में सारी जरूरी जानकारी जो आप जानना चाहते थे, इस ब्लॉग तप्त स्थल क्या है के माध्यम से मिल गयी होगी।

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