संस्मरण क्या है स्पष्ट कीजिए इस प्रश्न को अक्सर परीक्षाओं में पूछा जाता है, इसलिए आजके इस ब्लॉग में हम आपको संस्मरण क्या है और इसकी परिभाषा के साथ साथ संस्मरण की विशेषताएं भी बताएंगे, इसके साथ ही आपको इस ब्लॉग में संस्मरण और जीवनी में अंतर भी बताएँगे।
कोई भी भाषा को सिखने के लिए उसके व्याकरण को समझना बहुत ही ज्यादा जरुरी हो जाता है, इसलिए हमें किसी भी भाषा को अच्छे से समझने और सिखने के लिए उसके व्याकरण का अध्ययन अच्छे से कर लेना चाहिए ताकि हम हर बारीक से बारीक चीज़ों को अच्छे से समझ सकें। दोस्तों आज हम हिंदी भाषा के बहुत ही महत्वपूर्ण अंग “संस्मरण” के बारे में जानने वाले हैं, किसी भी जानकारी को अधूरा ना छोड़ने के लिए ब्लॉग को पूरा जरूर पढ़ें।
Table of Contents
संस्मरण क्या है स्पष्ट कीजिए
संस्मरण शब्द स्मृ धातु से सम उपसर्ग और प्रत्यय अन् लगाकर संस्मरण शब्द बनता है। संस्मरण शब्द का अर्थ किसी व्यक्ति, वस्तु, घटना या या दृश्य आदि पूर्णरूपेण आत्मीय स्मरण करना है। संस्मरण में सभी घटनाएं सत्यता पर आधारित होती है, इसमें किसी भी घटना का महत्त्व ज्यादा होता है और लेखक किसी भी प्रकार की कल्पना का प्रयोग नहीं करता है। संस्मरण में लेखक उसी का वर्णन करता है जो वो स्वयं देखा हो या फिर उसका अनुभव किया हो।
संस्मरण लेखक जब अपने स्वयं के विषय में लिखता है तो उसकी रचना आत्मकथा जैसी होती है और जब किसी और के बारे में लिखता है तो इसकी रचना जीवनी के निकट होती है। इससे हमें ये समझ आता है कि संस्मरण पूरी तरह से सत्यता पर आधारित होता है और इसकी सत्यता पर बिलकुल भी संदेह नहीं किया जा सकता है क्योंकि इसका अनुभव काल्पनिक न होकर पूर्ण रूप से सत्य होता है।
संस्मरण की विशेषताएं
संस्मरण की विशेषताओं को हमने निचे points के रूप में बताया है:
- संस्मरण में कल्पना का प्रयोग बहुत कम किया जाता है।
- संस्मरण में लेखक उसी का वर्णन करता है जो उसने स्वयं या तो अनुभव किया हो या फिर देख हुआ हो।
- संस्मरण पूरी तरह से सत्यता पर आधारित होता है।
संस्मरण और जीवनी में अंतर
संस्मरण और जीवनी में अंतर को हमने निचे table में दिया है ताकि आपको पढ़ने में आसानी हो:
क्रमांक | संस्मरण | जीवनी |
---|---|---|
1. | संस्मरण किसी घटना को लिखित रूप में दर्शाता है। | जीवनी किसी और के द्वारा लिखे गए किसी व्यक्ति के जीवन को दर्शाता है। |
2. | संस्मरण में लिखे जाने व्यक्ति के साथ व्यक्तिगत संपर्क होना आवश्यक है। | जीवनी में ये आवश्यक नहीं है की जिसकी जीवनी लिखी जाए उसका और लिखने वाले का व्यक्तिगत संपर्क हो। |
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Conclusion
संस्मरण क्या है स्पष्ट कीजिए इस ब्लॉग में हमने संस्मरण की परिभाषा और विशेषताओं को बताने के साथ साथ आपको संस्मरण और जीवनी में अंतर भी बताया ताकि आपको सभी जानकारी हो सके। मुझे उम्मीद है की आपको आजका ये ब्लॉग संस्मरण क्या है स्पष्ट कीजिए पढ़कर कुछ नया जानने को मिला होगा और इससे आप संस्मरण क्या है स्पष्ट कीजिए इस प्रश्न का उत्तर जान चुके होंगे।
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अगर आपके मन में संस्मरण क्या है स्पष्ट कीजिए इस प्रश्न को लेकर कोई सवाल या फिर कोई सुझाव हो तो आप हमसे उसे comment box में पूछ सकते हैं, हम आपके सवाल का जवाब जल्द ही देंगे।