दोस्तों, आजके इस आर्टिकल में हम आपको कवी कालिदास किसके राजकवि थे ( Kavi Kalidas kiske rajkavi the ) इस प्रश्न के बारे में बताने जा रहे हैं, आजके इस ब्लॉग में आप जानने वाले हैं की चन्द्रगुप्त द्वितीय यानी विक्रमादित्य के राजकवि कौन थे। आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें ताकि आप कवी कालिदास किसके राजकवि थे ( Kavi Kalidas kiske rajkavi the ) इसके बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त कर सकें।
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कवी कालिदास के बारे में
आपको बता दें की कवी कालिदास जी संस्कृत भाषा के महान कवी और नाटककार थे। कवी कालिदास की सबसे प्रसिद्द रचना का नाम अभिज्ञानशाकुंतलम है, मेघदूतम भी कालिदास की सबसे श्रेष्ठ रचनाओं में से एक है । कालिदास जी का जन्म स्थान अभी तक किसी को सही से ज्ञात नहीं है लेकिन उन्हें उज्जैन का निवासी मन जाता है जो मध्यप्रदेश में स्थित है।
कवी कालिदास किसके राजकवि थे ( Kavi Kalidas kiske rajkavi the )
कवी कालिदास चन्द्रगुप्त द्वितीय के राजकवि थे, जिन्हे विक्रमादित्य के नाम से भी जाना जाता है। विक्रमादित्य उज्जैन के राजा थे, लोग उनको उनके ज्ञान और उदारता के कारण जानते हैं।
राजा विक्रमादित्य के बारे में आपने कभी न कभी तो जरूर ही सुना होगा।
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आखरी शब्द
दोस्तों, आजके इस ब्लॉग में हमने आपको कवी कालिदास किसके राजकवि थे ( Kavi Kalidas kiske rajkavi the ) इस विषय के बारे में बताया। हमें उम्मीद है की आपको हमारा आजका ये ब्लॉग कवी कालिदास किसके राजकवि थे ( Kavi Kalidas kiske rajkavi the ) पसंद आया होगा और इससे आपको कुछ नया जाने को मिला होगा इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें ताकि उन्हें भी कवी कालिदास के बारे में और विक्रमादित्य के बारे में जानकारी मिल सके।