नमस्कार आज हम बात करने वाले है, लोकतंत्र के ऊपर आपको इस ब्लॉग लोकतंत्र किसे कहते हैं (loktantra kya hai) में सारी जानकारी लोकतंत्र के बारे में हम बताने का प्रयास करने वाले है। साथ ही लोकतंत्र से जुडी हुई हर तरह की जानकारी जैसे – लोकतंत्र की परिभाषा क्या है, लोकतंत्र के प्रकार के बारे में, लोकतंत्र के गुण कौन – कौन से है, और भी बहुत सारी जानकारी हम लोकतंत्र के बारे में आज के इस ब्लॉग के माध्यम से आपको देने वाले है, यदि आपको लोकतंत्र के बारे में सारी जानकारी जानना है, तो आप हमारे साथ में बने रहिये।
लोकतंत्र किसे कहते हैं (loktantra kya hai) का यह जनरल Knowlage का प्रश्न परीक्षाओ में अक्सर पूछा जाता है, जैसा की आप सभी जानते है, की जब भी परीक्षा में लोकतंत्र किसे कहते हैं (loktantra kya hai) के बारे में पूछा जाता है, तो हम लोकतंत्र के बारे में अच्छे से अच्छा लिखने का प्रयास करते है, ऐसे स्थिति में सभी Studnet अपने – अपने ज्ञान के अनुसार ही परीक्षाओ मे लिखते है। यदि आप चाहते है, की आपको लोकतंत्र के बारे में वो जानकारी जिसके बारे में बहुत ही कम Student को पता होता है, आपको पता चले। तो आप हमारे ब्लॉग को अंत तक पढ़े। जिससे आपको लोकतंत्र के बारे में सारी जानकारी पता चल सके।
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लोकतंत्र की परिभाषा
लोकतंत्र की परिभाषा को समझा थोड़ा कठिन हो सकता है, क्योकि लोकतंत्र के बहुत सारे रूप है, जिनमे यदि हम जानकारों की माने उनका कहना है, की लोकतंत्र की परिभाषा अलग – अलग प्रकार से होती है, जैसे – हमने निचे कुछ विचारको के अनुसार लोकतंत्र की परिभाषा को बताया हुआ है :-
लावेल के अनुसार – लोकतंत्र शाशन के क्षेत्र में एक प्रयोग होता है।
जॉन्सन के अनुसार – प्रजातंत्र शाशन का वह रूप है, जिसमे प्रभुसत्ता जनता में सामहिक रूप से निहित होती है।
अब्राहम लिंकन के अनुसार – लोकतंत्र जनता का, जनता के लिए, जनता और जनता के लिए शासन होता है।
लोकतंत्र किसे कहते हैं (loktantra kya hai)
लोकतंत्र एक ऐसा शासन प्रणाली है, जिसमे जनता अपनी स्वेच्छा के साथ अपना प्रतिनिधित्व चुनती है। लोकतंत्र प्रजातंत्र की एक ऐसी शासन व्यवस्था है, जिसमे लोकतान्त्रिक राज्य के साथ – साथ प्रजातंत्र की शासन व्यवस्था दोनों के लिए लोकत्रंत्र प्रयुक्त किया जाता है। लोकतंत्र के बारे में बहुत सारे विचारको का मत है, यदि हम लोकतंत्र को एक सरल भाषा के साथ में समझे तो आपको हम बता दे की लोकतंत्र का एक रूप बताया जाता है, जिसके अंतर्गत शाशको का चुनाव लोग करते है। अब आप सोच रहे होंगे की लोकतंत्र में शाशको को कौन चुनता है, तो आपको हम बता दे की लोकतंत्र के अंतर्गत शाशक जो जनता चुनती है।
लोकतंत्र के सिद्धांत के अंतर्गत बहुत सारे सिद्धांतो को रखा गया है, जैसे – मतदान का अधिकार, स्वतंत्र मिडिया, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता आदि लोकतंत्र के सिद्धांत के अंतरगत आते है। आज यदि हम भारत की बात करे तो हमारा भारत देश लोकतंत्र प्रणाली पर ही संचालित है, भारत आज के समय में दुनिया का सबसे बड़ा लोकतान्त्रिक देश है। यदि हम अन्य देशो की बात करे तो इस दुनिया में ऐसे बहुत सारे देश है, जो लोकतंत्र की प्रणाली पर संचालित है।
लोकतंत्र के प्रकार
हमने आपको ऊपर लोकतंत्र किसे कहते हैं (loktantra kya hai) के बारे में जानकारी बताई हुई है, चलिए अब हम लोकतंत्र के प्रकारो के जान लेते है। सामान्यतः लोकतंत्र के दो प्रकार होते है, जिनके बारे में हमने निचे बताया हुआ है :-
- विशुद्ध या प्रत्यक्ष लोकतंत्र
- प्रतिनिधि या सत्तात्मक अप्रत्यक्ष लोकतंत्र
विशुद्ध या प्रत्यक्ष लोकतंत्र
विशुद्ध या प्रत्यक्ष लोकतंत्र उन लोकतंत्रो को कहा जाता है, जिसके अंतर्गत देश के समस्त नागरिक प्रत्यक्ष रूप से राज्यकार्य संपादन में भाग लेते है, उनको प्रत्यक्ष लोकतंत्र कहा जाता है। अब आप सोच रहे होंगे की प्रत्यक्ष लोकतंत्र कहाँ पर चल रहा है, तो आपको हम बता दे की वर्तमान में स्विट्ज़रलेंड में प्रत्यक्ष लोकतंत्र है। प्रत्यक्ष लोकतंत्र के अंतर्गत सभी नागरिक महत्वपूर्ण फैसले पर मतदान करते है। इस प्रकार के लोकतंत्र में किसी भी प्रकार का कोई मध्यस्थ और प्रतिनिधित्व नहीं होता है। प्रत्यक्ष लोकतंत्र के बारे में कुछ जरूरी जानकारी :-
- प्रत्यक्ष लोकतंत्र में देश के समस्त नागरिक राज्य कार्य में भाग लेते है
- प्रत्यक्ष लोकतंत्र को प्रतिनिधित्व लोकतंत्र भी कहा जाता है
- प्रत्यक्ष लोकतंत्र वर्तमान में स्विट्जरलैंड में चलता है
- प्रत्यक्ष लोकतंत्र को सीधा साधारण लोकतंत्र कहा जा सकता है
प्रतिनिधि या सत्तात्मक अप्रत्यक्ष लोकतंत्र के बारे में यदि आपको जानना है, तो आपको लोकतंत्र किसे कहते हैं (loktantra kya hai) के बारे में जानकारी होना चाहिए। यदि आपको लोकतंत्र के बारे में जानकारी नहीं है, तो हमने ऊपर लोकतंत्र किसे कहते हैं (loktantra kya hai) के बारे में बताया हुआ है, आप वहाँ से जानकारी ले सकते है। चलिए अब हम प्रत्यक्ष लोकतंत्र के विषय में बात कर लेते है, प्रतिनिधि या सत्तात्मक लोकतंत्र उस लोकतंत्र को कहा जाता है, जिसमे जनता का एक समूह बनकर अपने प्रतिनिधित्व का चयन करता है। इसके अंतर्गत पदाधिकारियो को जनता के द्वारा चुना जाता है।
यदि आपको अप्रत्य लोकतंत्र के उदहारण को समझना है, तो आज के समय में जितने भी लोकतंत्र है, वे सारे अप्रत्यक्ष लोकतंत्र की श्रेणी में आते है। भारत एक अप्रत्यक्ष लोकतंत्र की श्रेणी में आता है। अप्रत्यक्ष लोकतंत्र दो प्रकार का होता है, 1 संसदीय शासन प्रणाली, 2 अध्यक्षात्मक
लोकतंत्र के गुण
यदि आपने लोकतंत्र किसे कहते हैं (loktantra kya hai) के बारे में जान लिया है, तो चलिए अब हम लोकतंत्र के गुण के बारे में जान लेते है। हमने निचे लोकतंत्र के गुण के बारे में कुछ पॉइंट के माध्यम से बताया हुआ है :-
- राजनितिक शिक्षण
- लोक कल्याण
- व्यक्तिगत स्वतंत्रता
- राजनितिक प्रशिक्षण
- लोकतंत्र में क्रांति
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Conclusion
हमने आपको आज के इस ब्लॉग लोकतंत्र किसे कहते हैं (loktantra kya hai) के बारे में लोकतंत्र के बारे में सारी जानकारी जैसे – लोकतंत्र के प्रकार के बारे में, लोकतंत्र के गुण के बारे में, लोकतंत्र के परिभाषा के बारे में बताया है, जानकारी को यदि आपने अच्छे से पढ़ा होगा, तो आपको लोकतंत्र किसे कहते हैं (loktantra kya hai) के इस ब्लॉग में सारी जानकारी लोकतंत्र के बारे में पता चल गयी होगी। हमारा विश्वास है, की आपको यह जानकारी पढ़कर बहुत ख़ुशी हुई होगी।
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