दोस्तों आज हम बात करने वाले है, गोद निषेध सिद्धांत को कब लागू किया गया (god nishedh siddhant ko kab lagu kiya gaya) इसके बारे में हम बात करने वाले है। आपको हम आज के इस ब्लॉग के माध्यम से गोद निषेध सिद्धांत से जुडी हुई हर तरह की जानकारी देने वाले है। जैसे – गोद निषेद निति लागु करने वाले जनरल के बारे में, गोद प्रथा की निति के अधिग्रहण के लिए प्रमुख राज्यों के बारे में, और भी कई सारी जरूरी जानकारी गोद निषेध सिद्धांत को कब लागू किया गया (god nishedh siddhant ko kab lagu kiya gaya) के इस ब्लॉग के माध्यम से हम देने वाले है।
दोस्तों यदि आप चाहते है, की आपको यह इतिहास का प्रश्न गोद निषेध सिद्धांत को कब लागू किया गया (god nishedh siddhant ko kab lagu kiya gaya) के बारे में सारी जानकारी के बारे में पता चले, तो आप हमारे इस ब्लॉग को पूरा जरूर पढ़े। जिससे आपको हमारे ब्लॉग गोद निषेध सिद्धांत को कब लागू किया गया (god nishedh siddhant ko kab lagu kiya gaya) में दी जाने वाली सभी जानकारी मिल सके। तो चलिए अब हम इस ब्लॉग को शुरू करते है।
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गोद निषेध निति के बारे में
गोद निषेध सिद्धांत को कब लागू किया गया (god nishedh siddhant ko kab lagu kiya gaya) के बारे में जानने से पहले हमें गोद निति समझना है। गोद निषेध निति को लागू करने वाला गवर्नर जनरल लॉर्ड डलहौजी था। साथ ही हमारे भारत में गवर्नल जनरल बनकर आने वाला व्यक्ति लॉर्ड डलहौजी था। डलहौजी ने भारतीय राज्यों को हड़पने के लिए गोद प्रथा निषेद की निति लागू की थी।
गोद निषेध सिद्धांत को कब लागू किया गया (god nishedh siddhant ko kab lagu kiya gaya) के इस ब्लॉग में हम आपको हम बता दे की इस निति के अंतर्गत ऐसे राजा जो संतान हिन् थे, ऐसे राजाओ जो ईस्ट इंडिया कंपनी पर निर्भर थे। ऐसे राजा किसी दूसरे पुत्रो को गोद लेकर राजा नहीं बना सकते थे। ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन इस तरह के राजाओ को अधीन कर लिया जाता था।
ऐसा बताया जाता है, की पहले भारत का गवर्नल जनरल लॉर्ड वेलेजली था। लेकिन वेलेजली के बाद लार्ड डलहौजी को भारत का गवर्नल जनरल बना दिया गया था। लार्ड डलहौजी को 1848 में भारत का गवर्नल जनरल बना दिया गया था। अब आप सोच रहे होंगे की गोद निषेध सिद्धांत को कब लागू किया गया (god nishedh siddhant ko kab lagu kiya gaya) तो इसके बारे में हमने निचे बताया हुआ है। लार्ड डलहौजी ने अंग्रेजी साम्राज्य की सीमाओं का विस्तार करने के लिए मुख्यतः तीन निति बनाई थी। जो इस प्रकार है :-
- युद्ध की निति
- व्यपगत का सिद्धांत
- कुप्रशासन की निति।
गोद निषेध सिद्धांत को कब लागू किया गया (god nishedh siddhant ko kab lagu kiya gaya)
गोद निषेध सिद्धांत को सन 1848 से 1858 के मध्य लागू किया गया। हमारे भारत में पहले से ही निःसंतान राजाओ के द्वारा गोद प्रथा का प्रयोग किया जाता था। 1825 में कंपनी ने यह स्वीकार कर लिया था, की वे सभी हिन्दू मान्यताओं को मान्यता प्रदान करेगी। गोद निषेध सिद्धांत का कार्यकाल लार्ड डलहौजी तक ही रखा गया था।गोद निषेध सिद्धांत को कब लागू किया गया (god nishedh siddhant ko kab lagu kiya gaya) के बार में जानने के साथ में हमें गोद निति के बारे में जानना होगा।
ऐसा बताया जाता है, की यह गोद निति को लार्ड डलहौजी के द्वारा बनाया गया था इस निति के बारे में हमने जैसा की आपको ऊपर बताया हुआ है। 1848 में डलहौजी ने सतारा राज्य को घोसित किया था। डलहौजी ने अपनी हड़प निति से कई सारे राज्य हड़पे थे। गोद प्रथा निषेध की निति की विशेषताएं के बारे में हमने निचे बताया हुआ है :-
- जिन शाशको का उत्तराधिकारी नहीं होता था तो वे पुत्र को गोद नहीं ले सकते थे।
- इस निति को तीन श्रेणियों में प्रथम श्रेणी, द्वितीय श्रेणी, तृतीय श्रेणी में लागु किया गया।
- प्रथम श्रेणी में उन राज्यों को रखा गया था, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से ब्रिटिश सरकार के सहयोग से अस्तित्व में लाये गए थे।
- द्वितीय श्रेणी में उन राज्यों को रखा गया था, जो बाह्य सुरक्षा के लिए कंपनी पर आश्रित थे।
- जयपुर, सतारा, उदयपुर, राज्यों को पूर्ण रूप से उत्तराधिकारी को गोद लेने की स्वतंत्रता प्राप्त थी।
- झाँसी, सम्भलपुर, जैतपुर, के राज्यों को निसंतान पर उत्तराधिकारी को गोद लेने का अधिकार प्राप्त नहीं था।
डलहौजी के द्वारा हड़पे गए राज्य
यदि आपने गोद निषेध सिद्धांत को कब लागू किया गया (god nishedh siddhant ko kab lagu kiya gaya) के बारे में जान लिया है, तो अब आप डलहौजी के द्वारा हड़पे गए राज्यों के बारे में जान ले। हमने निचे उन राज्यों के बारे में बताया हुआ है, जिनको डलहौजी ने हड़प निति के साथ हड़प लिया था। इस प्रकार है :-
- नागपुर को 1854 में हड़प लिया गया।
- सतारा को 1848 में हड़प लिया गया।
- झाँसी को 1853 में हड़प लिया गया था।
- सम्भलपुर को 1849 में हड़प लिया गया था।
- 1852 में अदेपुर को हड़प लिया गया था।
सतारा के बारे में
हमने आपको ऊपर गोद निषेध सिद्धांत को कब लागू किया गया (god nishedh siddhant ko kab lagu kiya gaya) के बारे में जानकारी बताई है, अब हम आपको सतारा के बारे में बताते है। जैसा की हमने आपको ऊपर बताया है, की सतारा को लार्ड डलहौजी ने अपनी हड़प निति से हड़प लिया था। सतारा को सबसे पहले लॉर्ड डलहौजी ने अपना शिकार बनाया था। गोद निषेध सिद्धांत को कब लागु किया गया (god nishedh siddhant ko kab lagu kiya gaya) में सतारा के राजा का एक बहुत बड़ा हाथ है, सतारा के राजा के बारे में यदि हम कुछ जानकारो की माने तो ऐसा बताया जाता है, की सतारा के राजा का कोई पुत्र नहीं था।
अब आप सोच रहे होंगे की जब सतारा के राजा का पुत्र नहीं था तो लॉर्ड डलहौजी ने किसके पुत्र को गोद लिया था। तो आपको हम बता दे की सतारा का जो राजा था उसने एक बालक को गोद लिया था। जब सतारा के राजा की मृत्यु हो चुकी थी। उस समय लॉर्ड डलहौजी ने उसके पुत्र को गोद न लेते हुए सतारा को अंग्रेजी साम्राज्य में मिला लिया था। गोद निषेध सिद्धांत को कब लागू किया गया (god nishedh sidhant ko kab lagu kiya gaya) अब आप सोच रहे होंगे की सतारा के राजा की मौत कब हुई थी तो आपको हम बता दे की सतारा के राजा की मौत 1848 में हो गयी थी।
- लॉर्ड डलहौजी ने 1854 में वूड डिस्पेच निति को लागु किया था।
- भारतीय रेलवे का जनक लॉर्ड डलहौजी को माना गया है।
- भारत में सार्वजानिक निर्माण विभाग की स्थापना 1854 में की थी।
- भारत में ब्रिटिश राज का गवर्नर जनरल लॉर्ड डलहौजी को माना जाता है।
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Conclusion
हमने आपको आज के इस ब्लॉग में गोद निषेध सिद्धांत को कब लागू किया गया (god nishedh siddhant ko kab lagu kiya gaya) इस जानकारी के साथ – साथ कुछ जरूरी जानकारी जैसे – लार्ड डलहौजी के द्वारा हड़पे गए राज्यों के बारे में, सतारा के बारे में, और भी बहुत सारी जानकारी आपको हमने इस ब्लॉग गोद निषेध सिद्धांत को कब लागू कब किया गया (god nishedh siddhant ko kab lagu kiya gaya) में देने की कोशिश की है।
साथ ही हमारा यह मानना है, की यदि आपने हमारे इस ब्लॉग को अच्छे से पढ़ा होगा। तो आपको हमारे ब्लॉग गोद निषेध सिद्धांत को कब लागू किया गया (god nishedh siddhant ko kab lagu kiya gaya) में दी जाने वाली सारी जानकारी प्राप्त हो चुकी होगी।
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