शल्य चिकित्सा का जनक किस भारतीय को माना जाता है ?

नमस्कार आज हम बात शल्य चिकित्सा का जनक किस भारतीय को माना जाता है, इसके बारे में आज के इस ब्लॉग में हम बात करने वाले है। शल्य चिकित्सा के बारे में हर जरूरी जानकारी आपको हम इस ब्लॉग के माध्यम से देने वाले है, जैसे – शल्य चिकित्सा किसे कहते है। सर्जरी के प्रकार के बारे में, सुश्रुत संहिता के बारे में, और भी बहुत सारी जानकारी आपको हम इस ब्लॉग के माध्यम से देने वाले है। यदि आप चाहते है, की आपको शल्य चिकित्सा के बारे में सारी जानकारी प्राप्त हो तो आप हमारे साथ में बने रहिये।

शल्य चिकित्सा का जनक किस भारतीय को माना जाता है
शल्य चिकित्सा का जनक किस भारतीय को माना जाता है?

शल्य चिकित्सा का जनक किस भारतीय को माना जाता है, के बारे में जानने के लिए लोग बहुत कोशिश करते है। इसके लिए सभी व्यक्ति अपने – अपने ज्ञान के अनुसार खोज करते है। जैसे – कोई किताब में शल्य चिकित्सा का जनक किस भारतीय को माना जाता है, जानने के लिए करते है, तो कोई व्यक्ति Google पर search करते है। ऐसे ही Google पर search करते हुए आप हमारे इस ब्लॉग पर आये है। देखिये दोस्तों यदि आप शल्य चिकित्सा का जनक किस भारतीय को माना जाता है, के बारे में वो सारी जानकारी जो आज के समय में बहुत ही कम लोगो को पता है, आप जानना चाहते है, तो आप हमारे साथ में बने रहिये।

शल्य चिकित्सा के बारे में

शल्य चिकित्सा की शुरुआत आज से लगभग 2550 साल पहले की गयी थी। सर्जरी के बारे में यदि हम बात करे तो यहाँ पर लोगो की आम धारणाये ऐलोपैथिक के आधार पर होती रहती है, शास्त्र के आधार पर यदि हम देखे तो ऐसा माना जाता है, की मानव के शरीर पर किसी भी अंग के घाव को ठीक करने के लिए चिकित्सक मौजूद रहते है। शास्त्र में शल्य चिकित्सा को एक प्रकार की चिकित्सा प्रक्रिया माना गया है। शल्य चिकित्सा में मानव के शरीर को कटना, टांके लगाना, हृदय सम्बंधित रक्त सम्बंधित आदि शल्य चिकित्सा में आते है।

अब आप सोच रहे होंगे की शल्य चिकित्सा का जनक किस भारतीय को माना जाता है, तो आपको हम बता दे की, शल्य चिकित्सा में कम्प्लीकेसन, प्रोग्नोसिस आदि के बारे में भी ध्यान रख जाता है, आप जानते है, कम्प्लीकेसन और प्रोग्नोसिस क्या होता है, यदि आप इसके बारे में जानते है, तो अच्छी बात है, लेकिन यदि आपको नहीं पता की कम्प्लीकेसन, प्रोग्नोसिस क्या होता है, तो आपको हम बता दे की, मानव के शरीर में जब शल्य चिकित्सा का उपचार किया जाता है, तो ऐसी स्थिति में कम्प्लीकेसन, और प्रोग्नोसिस का भी ध्यान रखा जाता है।

यदि हम आयुर्वेदा में शल्य चिकित्सा को देखे तो हम आपको बता दे की आयुर्वेदा में भी शल्य चिकित्सा के प्रसिद्ध है। शल्य चिकित्सा का मूल स्त्रोत वेदो में भी मिलता है। शल्य चिकित्सा का विकास असीरिया बेबीलोनिया आदि अन्य ज्ञान के साथ में शल्य चिकित्सा का विकास हुआ माना जाता है। आपको यह जानकर हैरानी होगी की लगभग 90% शल्य चिकित्सा की पद्धति का जन्म हमारे भारत में हुआ है। वही अगर हम जानकारों की माने तो ऐसा बताया जाता है, की कायचिकित्सा और शल्यचिकित्सा ये दो प्रकार की परम्पराये प्राचीन काल से ही चलती आ रही है। चलिए अब हम शल्य चिकित्सा का जनक किस भारतीय को माना जाता है, इसके बारे में जानने की कोशिश करते है।

शल्य चिकित्सा का जनक किस भारतीय को माना जाता है

शल्य चिकित्सा का जनक सुश्रुत को कहा जाता है। सुश्रुत को प्राचीनकाल के महान शलयचिकित्सक और चिकित्सा शास्त्री माना जाता है। सुश्रुत आवुर्वेदा के महान शिक्षक हुआ करते थे। इसलिए इनको आयुर्वेदा के प्रणेता भी कहा जाता था। सुश्रुत का जन्म आज से लगभग 810 साल पहले हुआ था। इसका जन्म स्थल भारत को माना जाता है। सुश्रुत को हिन्दू धर्म की मान्यता प्राप्त है। इनका व्यवसाय चिकित्सा माना जाता है। ये तो हम ने जान लिया शल्य चिकित्सा का जनक किस भारतीय को माना जाता है। अब हम आपको कुछ जरूरी जानकारी देते है :-

  • 18 वी शताब्दी से ही शल्य चिकित्सा विज्ञान आदि में उन्नति होने लगी है।
  • सुश्रुत संहिता में लगभग 125 प्रकार के औजारों के बारे में लिखा गया है।
  • सुश्रुत ने अपनी संहिता में 8 प्रकारो का वर्णन किया है।
  • सुश्रुत ने मुख्य रूप से नेत्र विभाग में योगदान दिया है।
  • चरक संहिता के बाद सुश्रुत संहिता की रचना की गयी थी।
  • गंगा नदी के तट पर सुश्रुत ने उत्तर भारत में चिकित्सा का अभ्यास किया है।
  • सुश्रुत को सर्जरी के संस्थापक पिता के रूप में माना जाता है।

सर्जरी के प्रकार

हमने आपको ऊपर शल्य चिकित्सा का जनक किस भारतीय को माना जाता है, इसके बारे में जानकारी बताई है, अब हम आपको सर्जरी के प्रकारो के बारे में जानकारी देने वाले है, शल्य चिकित्सा के अंतर्गत सर्जरी तीन प्रकार की बताई गयी है :-

  • लेजर सर्जरी
  • रोबोट द्वारा सर्जरी
  • सूक्ष्म सर्जरी

लेजर सर्जरी

लेजर का अर्थ होता है सहायता करना। लेजर सर्जरी को स्वस्थानी का एक प्रकार माना गया है। लेजर को Lesik भी कहा जा सकता है। लेजर सर्जरी का प्रयोग दृस्टि दोषो को दूर करने के लिए किया जाता है। आपको हम बता दे की लेजर का प्रयोग कॉन्टेक्ट लेंस, दूर की नजर, चश्मा लगाने पर परेशानी होने पर लेजर सर्जरी की जाती है। यदि हम लेजर सर्जरी को सरल भाषा में समझे तो लेजर सर्जरी किसी भी व्यक्ति को आँखों से सम्बंधित समस्या के लिए जैसे चश्मा हटाने, आँखों में पानी आने की समस्या होने, दूर की नजर कमजोर होने पर लेजर सर्जरी की जाती है।

रोबोट द्वारा सर्जरी

रोबोट सर्जरी को कम्प्यूटर मदद से भी किया जाता है। यह सर्जरी एक प्रकार की मशीनरी सर्जरी होती है, जो कंप्यूटर और कई सारी मशीनी की सहायता से की जाती है। जानकारों की माने तो ऐसा बताया जाता है, की रोबोट सर्जरी के बाद रोगी को कम दर्द होता है। रोगी आराम सा fill करता है। इसमें सर्जन एक कंसोल से रोबोट का नियंत्रण करता है, इस प्रकार की सर्जरी को रोबोट आर्म से या मेन्युअल तरीके से किया जाता है। इसमें कई सरे उपरकरण मशीन के साथ लगे हुए होते है। रोबोट सर्जरी को आधुनिक तकनीक के अंतर्गत माना जाता है।

सूक्ष्म सर्जरी

यह सर्जरी एक प्रकार की सूक्ष्म तरीके से की जाती है, ज्यादातर इस सर्जरी का Use ज्यादातर बड़ी बीमारियों के लिए किया जाता है। यह सर्जरी एक प्रकार की प्राणरक्षक सर्जरी होती है, जानकारों की यदि हम माने तो ऐसा बताया जाता है, की सूक्ष्म सर्जरी एक प्रकार की प्राण रक्षक सर्जरी मानी जाती है।

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Conclusion

हमने आपको आज के इस ब्लॉग में बताया की शल्य चिकित्सा का जनक किस भारतीय को माना जाता है। साथ ही आपको इस ब्लॉग के माध्यम से हमने शल्य चिकित्सा जानकारी जैसे – शल्य चिकित्सा के बारे में, शल्य चिकित्सा के जन्म स्थल के बारे में, सुश्रुत संहिता के बारे में जानकारी देने के साथ – साथ सर्जरी के प्रकारो के बारे में भी जानकारी इस ब्लॉग के माध्यम से बता दी है। जानकारी पढ़कर कोई भी व्यक्ति शल्य चिकित्सा का जनक किस भारतीय को माना जाता है। इस बारे में पता कर सकता है, साथ ही हमारे इस ब्लॉग शल्य चिकित्सा का जनक किस भारतीय को माना जाता है, के माध्यम से सारी जानकारी प्राप्त कर सकता है।

आशा करता हूँ की आपको हमारा यह ब्लॉग शल्य चिकित्सा का जनक किस भारतीय को माना जाता है, पसंद आया होगा, यदि आपको हमारा यह ब्लॉग अच्छा लगा हो, तो आप हमें comment करे। साथ ही अपने दोस्तों को आप हमारा यह ब्लॉग Whatsapp, facebook पर share  करे। जिससे आपके दोस्तों को भी शल्य चिकित्सा का जनक किस भारतीय को माना जाता है, के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके।

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