नमस्कार दोस्तों आज के इस ब्लॉग में हम संसाधन किसे कहते हैं (sansadhan kise kahate hain) इसके बारे में आपको जानकारी देने वाले है, साथ ही हम आपको हम इस ब्लॉग में संसाधन के बारे में वो जरूरी जानकारी देने वाले है, जिसके बारे में बहुत ही कम लोगो को जानकारी होती है। परीक्षा में यह प्रश्न संसाधन किसे कहते हैं (sansadhan kise kahate hain) के बारे में बहुत बार पूछा जाता है, सही जानकारी और अधूरे ज्ञान की वजह से बहुत सारे स्टूडेंट इस प्रश्न को सही तरीके से हल नहीं कर पाते है।
दोस्तों यदि आप चाहते है, की आपको संसाधन किसे कहते हैं (sansadhan kise kahate hain) के इस ब्लॉग में सारी जरूरी जानकारी प्राप्त हो तो आप हमारे इस ब्लॉग को पूरा पढ़े। जिससे आपको इस ब्लॉग में दी जाने वाली सारी जानकारी जैसे – संसाधन क्या होता है, संसाधन के प्रकार, और भी महत्वपूर्ण जानकारी इस ब्लॉग के माध्यम से पता चल सके।
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संसाधन किसे कहते हैं (sansadhan kise kahate hain)
संसाधन शब्द का मतलब मांनव निर्मित होता है। मानव के द्वारा उपयोग में लायी जाने वाली वस्तुओ का आशय संसाधन से लिया जा सकता है। संसाधन की अनेक परिभाषाये है। जिनके बारे में हमने निचे बताया हुआ है।
स्मिथ एवं फिलिप्स के अनुसार – संसाधन भौतिक रूप से वातावरण की वे प्रक्रिया है, जो मानव के उपयोग में लायी जाती है। मनुष्य के उपयोग में लायी जाने वाली वातावरण की प्रक्रिया को संसाधन कहा जाता है। यदि हम संसाधन को और सरल तरीके से समझने की कोशिश करे तो इसका अर्थ मानव के उपयोग की वस्तुओ से लिया जा सकता है।
जेम्स फिशर के अनुसार – संसाधन ऐसी वस्तु को कहा जाता है, जो मानव की आवश्यकता और इच्छाओ की पूर्ति करती है।
संसाधन क्या है, इसके बारे में जानकारी (sansadhan kya hai)
संसाधन का अर्थ ऐसी वस्तुओ से लिया जा सकता है, जो आवश्यकता की पूर्ति करने के लिए की जाती है। जैसे – कुर्सी, टेबल, मकान, बस, ट्रैन, आदि। संसाधन के प्रकार अनेक होते है, यदि हम दोस्तों उत्पत्ति के आधार पर संसाधन के प्रकारो की बात करे तो उत्पत्ति के आधार पर संसाधन दो प्रकार के होते है :-
- जैव संसाधन।
- अजैव संसाधन।
जैव संसाधन – ऐसे संसाधन जो जैव मंडल में मिलते है, जैव संसाधन कहलाते है। जैसे – मनुष्य, पक्षी, मछली, आदि को जैव संसाधन कहा जाता है।
अजैव संसाधन – ऐसे संसाधन जो हमारे वातावरण में उपस्थित है, लेकिन जिनमे जीवो का आभाव नहीं होता है, अर्थात जो निर्जीव होते है। अजैव संसाधन कहलाते है। जैसे – सूर्य, नदी, तालाब, हवा, आदि अजैव संसाधन कहलाते है।
दोस्तों हमने आपको ऊपर संसाधन किसे कहते हैं (sansadhan kise kahate hain) इसके बारे में जानकारी बताई है। हमने अभी तक संसाधन को उत्पत्ति के आधार पर समझने की कोशिश की है, अब हम संसाधन को मुख्यतः रूप से समझते है, संसाधन मुख्यतः रूप से दो प्रकार का होता है, (1) प्राकृतिक संसाधन (2) मानव निर्मित संसाधन।
प्राकृतिक संसाधन
प्रकृति से प्राप्त संसाधनों को प्राकृतिक संसाधन कहा जाता है। सरल भाषा में यदि समझा जाये तो प्रकृति से प्राप्त संसाधन ही प्राकृतिक संसाधन होता है, इसके अंदर – सूर्य, हवा, मिटटी, आदि आते है।
मानव निर्मित संसाधन
मानव के द्वारा निर्मित किये गए संसाधनों को मानव निर्मित संसाधन कहा जाता है, जैसे – भवन, स्कूल, कॉलेज, आदि।
जल किस प्रकार का संसाधन है (jal kis prakar ka sansadhan hai)
जल संसाधन एक ऐसा संसाधन होता है, जिसका प्रयोग मनुष्य, पशु, पक्षी, पेड – पौधे, अन्य सभी जिव जंतु करते है, इस प्रकार के संसाधन को सबसे ज्यादा प्रयोग में लाया जाता है। जल को अक्षय प्राकृतिक संसाधन भी कहा जाता है। जल के बिना मनुष्य, जिव – जन्तुओ का जीवन संभव नहीं है। इसलिए कहा जाता है, की “जल ही जीवन है” नदियों और बारिश के पानी को ”सतही जल” कहा जाता है।
संसाधन किसे कहते हैं (sansadhan kise kahate hain) के बारे में जानने के साथ – साथ हमें यह भी जानना जरूरी है, की धरती पर कितने प्रतिशत जल पाया जाता है। धरती पर केवल 3% जल ही पिने योग्य जल होता है। 97% जल धरती पर जल खारा होता है। इस जल को नमकीन जल के नाम से भी जाना जाता है।
संसाधन किसे कहते हैं (sansadhan kise kahate hain) में केवल जल ही एक ऐसा संसाधन होता है, जिसका प्रयोग अनेक प्रकार की गतिविधियों में किया जाता है, जैसे – खेती करने के लिए, पिने के लिए, बर्तन धोने के लिए, भवन निर्माण के लिए, आदि कार्यो के लिए जल का प्रयोग किया जाता है। जल के बिना कोई भी व्यक्ति जीवित नहीं रह सकता है। इसलिए तो कहा जाता है, की ”जल ही जीवन है”।
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Conclusion
आज के इस ब्लॉग में हमने संसाधन किसे कहते हैं (sansadhan kise kahate hain) इसके बारे में जानने की कोशिश की, साथ ही हमने आपको इस ब्लॉग (sansadhan kise kahate hain) में संसाधन के प्रकार कौन से है उत्पत्ति के आधार पर संसाधन के कितने प्रकार है, जल किस प्रकार का संसाधन है, इसका प्रयोग कितने प्रकार से किया जाता है। इसके बारे में जानकारी आपको इस ब्लॉग के माध्यम से हमने बताई है। साथ ही हमने संसाधन किसे कहते हैं (sansadhan kise kahate hain) के बारे में और भी बहुत सारी जानकारी इस ब्लॉग के माध्यम से बताई है।
दोस्तों हमारा विश्वास है, की आपको संसाधन किसे कहते हैं (sansadhan kise kahate hain) के इस ब्लॉग में संसाधन के बारे में सारी जानकारी मिल ही गयी होगी। साथ ही मेरा यह विश्वास है, की आपको हमारा यह ब्लॉग संसाधन किसे कहते हैं (sansadhan kise kahate hain) पसंद आया होगा, यदि आपको हमारा यह ब्लॉग पसंद आया हो, तो आप हमें comment करे। साथ ही अपने दोस्तों को हमारा यह ब्लॉग संसाधन किसे कहते हैं (sansadhan kise kahate hain) whatsapp facebook पर शेयर करे।
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